दोस्तों इस पोस्ट में बाबा प्रेमियों के लिए मेहेरबाबा द्वारा प्रदत्त प्रायश्चित प्रार्थना “हे असीम दया के निधि, प्रभुराज” दी गयी है। हम आशा करते हैं कि हमारी दूसरी पोस्टों की तरह यह पोस्ट भी आपके लिए उपयोगी होगी-
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मेहेरबाबा द्वारा दी गयी प्रायश्चित प्रार्थना – हे असीम दया के निधि, प्रभुराज (मेहेरबाबा द्वारा प्रदत्त)
हे असीम दया के निधि, प्रभुराज !
हम अपने सब पापों के लिए पश्चात्ताप करते हैं – हर एक विचार के लिए जो असत्य, अनुचित या गंदा था; हर एक बोले हुए शब्द के लिए जिसे बोलना हमें उचित न था; और हर एक कर्म के लिए जिसे करना हमें उचित न था।
स्वार्थ से प्रेरित हर एक कर्म, शब्द तथा विचार के लिए; तथा द्वेष प्रेरित हर एक कर्म, शब्द और विचार के लिए हम पश्चात्ताप करते हैं।
विशेषकर हर एक कामुक विचार तथा क्रिया के लिए; ऐसे हर एक वचन के लिए जिसको हमने पूरा नहीं किया; सब असत्य वचनों के लिए; और सभी निंदा, पाखण्ड, दम्भ या लोगों के पीछे उनके दोष बताने के लिए हम अनुताप करते हैं।
और खासकर, दूसरों का नाश करने वाले हर एक कर्म के लिए; दूसरों को दुख देने वाले हर एक शब्द तथा कर्म के लिए; तथा दूसरों पर दुख गिरने की इच्छा करने के लिए हम अनुताप करते हैं।
हे प्रभुराज ! आप हम पर असीम दया करके हमारे किए हुए पापों को क्षमा कीजिये, और वैसे ही आपकी मर्जी के अनुसार विचार करने में, बोलने में तथा कार्य करने में जो हमारी असमर्थता रहती आई है, उसको भी क्षमा कीजिये, यही हमारी प्रार्थना है।
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